2025 में भारत में कितने राजनीतिक दल हैं? – पूरी जानकारी
भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ बहुदलीय प्रणाली (Multi-party system) लागू है। भारत में केंद्र और राज्य स्तर पर सैकड़ों राजनीतिक दल सक्रिय हैं। हर वर्ष इन दलों की संख्या में परिवर्तन होता है क्योंकि नए दल पंजीकृत होते हैं और कुछ को चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त होती है या हटाई जाती है।
भारत में राजनीतिक दलों का वर्गीकरण
भारत में राजनीतिक दल मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
- राष्ट्रीय दल (National Parties)
- राज्यीय या क्षेत्रीय दल (State Parties)
2025 में भारत में कुल कितने राजनीतिक दल हैं?
भारत के चुनाव आयोग (Election Commission of India) के अनुसार, वर्ष 2025 की शुरुआत तक भारत में कुल मिलाकर 2763 पंजीकृत राजनीतिक दल थे। इनमें से:
- 6 राष्ट्रीय दल (Recognized National Parties)
- 57 राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दल
- 2700+ अपंजीकृत अथवा गैर-मान्यता प्राप्त दल
राष्ट्रीय दलों की सूची (2025)
- भारतीय जनता पार्टी (BJP)
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
- बहुजन समाज पार्टी (BSP)
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI)
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) - CPI(M)
- आम आदमी पार्टी (AAP)
प्रमुख राज्य स्तरीय दलों के उदाहरण
- समाजवादी पार्टी (उत्तर प्रदेश)
- तेलुगु देशम पार्टी (आंध्र प्रदेश)
- द्रमुक - DMK (तमिलनाडु)
- शिवसेना (महाराष्ट्र)
- तृणमूल कांग्रेस (पश्चिम बंगाल)
- बीजू जनता दल (ओडिशा)
- जनता दल (यूनाइटेड) - बिहार
पंजीकरण की प्रक्रिया
अगर कोई संगठन चुनाव आयोग से राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण कराना चाहता है, तो उसे:
- Form-1 भरना होता है
- स्थायी पता और संविधान की प्रति देनी होती है
- सदस्यों की सूची और बैंक डिटेल्स साझा करनी होती है
पंजीकरण के बाद आयोग यह निर्णय करता है कि दल को मान्यता दी जाए या नहीं।
राष्ट्रीय दल बनने की शर्तें
किसी दल को राष्ट्रीय दल बनने के लिए चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित निम्नलिखित शर्तों में से कोई एक पूरी करनी होती है:
- लोकसभा या विधानसभा के चुनावों में 6% से अधिक वोट प्राप्त करना और चार या अधिक राज्यों में जीत हासिल करना।
- लोकसभा में कम से कम 2% सीटें (11+ सीटें) और तीन राज्यों से प्रतिनिधित्व।
- चार या अधिक राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त होना।
राजनीतिक दलों की भूमिका
राजनीतिक दल लोकतंत्र की रीढ़ होते हैं। वे:
- जनता की समस्याओं को उठाते हैं
- विकास के लिए नीतियाँ बनाते हैं
- चुनावों में भाग लेकर सरकार बनाने का अवसर पाते हैं
2025 में राजनीतिक दलों की स्थिति पर विश्लेषण
वर्तमान में भारत में राजनीतिक जागरूकता बहुत बढ़ चुकी है। सोशल मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और टीवी चैनल्स ने राजनीतिक दलों की पहुँच जनता तक आसान बना दी है। हालांकि, साथ ही साथ कई छोटे दल सिर्फ चुनावी लाभ के लिए बनाए जा रहे हैं, जिनका कोई ज़मीनी आधार नहीं होता।
चुनाव आयोग की भूमिका
भारत का चुनाव आयोग एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संस्था है जो:
- राजनीतिक दलों का पंजीकरण करता है
- उन्हें चुनाव चिन्ह प्रदान करता है
- चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाता है
निष्कर्ष
2025 में भारत में कुल राजनीतिक दलों की संख्या 2700 से अधिक है। इनमें से कुछ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके हैं जबकि अनेक दल क्षेत्रीय स्तर पर सक्रिय हैं। लोकतंत्र में इन सभी दलों की अपनी-अपनी भूमिका होती है, लेकिन ज़रूरत है कि जनता सजग रहे और सही प्रतिनिधियों को चुने।
आपका इस विषय में क्या मत है? क्या आपको लगता है कि राजनीतिक दलों की संख्या सीमित होनी चाहिए? नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं।

0 टिप्पणियाँ